भारत और न्यूज़ीलैंड ने पिछले दशक में आईसीसी टूर्नामेंटों में खुद को सबसे प्रभावशाली टीमों के रूप में स्थापित किया है। उनकी निरंतरता, विश्वस्तरीय खिलाड़ी, और दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता ने उन्हें अन्य टीमों से अलग बना दिया है। आइए जानें कि क्या चीज़ इन्हें वैश्विक क्रिकेट में इतना शक्तिशाली बनाती है।
आईसीसी टूर्नामेंटों में भारत का दबदबा
अद्वितीय निरंतरता
भारत आईसीसी टूर्नामेंटों में एक ताकतवर टीम के रूप में उभरा है। 2011 के बाद से 14 में से 12 आईसीसी पुरुष टूर्नामेंटों में नॉकआउट चरण तक पहुंचना उनकी निरंतरता को दर्शाता है। इसके अलावा, वनडे वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज में खेले गए 38 मैचों में से केवल तीन में हार झेलनी पड़ी, जो उनकी ताकत को दर्शाता है।
भारत की सफलता के मुख्य खिलाड़ी
- विराट कोहली: तीन बार ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ जीतने वाले कोहली ने आईसीसी टूर्नामेंटों में अपनी श्रेष्ठता साबित की है।
- रोहित शर्मा: वनडे वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे अधिक शतक (7) लगाने का रिकॉर्ड रोहित के नाम दर्ज है।
- रवींद्र जडेजा: चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले ऑलराउंडर।
- मोहम्मद शमी: एक ही वर्ल्ड कप संस्करण में 24 विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।
आईसीसी टूर्नामेंटों में न्यूज़ीलैंड की बढ़ती ताकत
बड़ी प्रतियोगिताओं में लगातार शानदार प्रदर्शन
न्यूज़ीलैंड ने 2011 के बाद से आठ बार नॉकआउट चरणों में जगह बनाई है। इसमें चार सेमीफाइनल, तीन बार उपविजेता रहना, और 2021 में पहली बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतना शामिल है।
न्यूज़ीलैंड के शीर्ष खिलाड़ी
- केन विलियमसन: आईसीसी के व्हाइट-बॉल टूर्नामेंटों में न्यूज़ीलैंड के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी।
- मिशेल सैंटनर: आईसीसी टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन करने वाले प्रमुख ऑलराउंडर।
- मैट हेनरी: नॉकआउट मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले न्यूज़ीलैंड के अहम तेज गेंदबाज।
भारत और न्यूज़ीलैंड क्यों हैं आईसीसी टूर्नामेंटों के सबसे प्रभावशाली टीमें?
- मजबूत टीम संतुलन: दोनों टीमों में अनुभवी खिलाड़ियों और युवा प्रतिभाओं का सही संयोजन है।
- बड़े मैचों में प्रदर्शन: दोनों टीमें हाई-प्रेशर गेम्स में बेहतरीन प्रदर्शन करती हैं।
- स्मार्ट रणनीति: इन टीमों की शानदार रणनीति, गेंदबाजी संयोजन और बल्लेबाजी क्रम उन्हें सबसे आगे रखता है।
- विश्वस्तरीय खिलाड़ी: कोहली, रोहित, विलियमसन और सैंटनर जैसे मैच विनर खिलाड़ियों की मौजूदगी इन टीमों को और भी खतरनाक बनाती है।
निष्कर्ष
भारत और न्यूज़ीलैंड ने आईसीसी टूर्नामेंटों में निरंतर शानदार प्रदर्शन करके खुद को विश्व क्रिकेट की सबसे ताकतवर टीमों में शामिल कर लिया है। आने वाले टूर्नामेंटों में ये दोनों टीमें फिर से अपनी श्रेष्ठता साबित करेंगी। क्या कोई अन्य टीम इनका वर्चस्व तोड़ पाएगी? यह तो समय ही बताएगा!