विराट कोहली, जो आज दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में गिने जाते हैं, सिर्फ अपनी शानदार बल्लेबाज़ी और कप्तानी के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी माँ के प्रति गहरे प्रेम और सम्मान के लिए भी जाने जाते हैं। विराट की सफलता के पीछे उनकी मां सरोज कोहली का बहुत बड़ा योगदान है।

आइए जानते हैं कि कैसे एक मां के प्यार और समर्थन ने विराट को इस मुकाम तक पहुंचाया।
एक मां का प्यार जो कभी नहीं थमा
विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। बचपन से ही उन्हें क्रिकेट का जुनून था। उनकी मां हमेशा उनके सपनों के साथ खड़ी रहीं, चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों न रहे हों।
वह घर संभालती थीं और साथ ही यह भी सुनिश्चित करती थीं कि विराट को समय पर खाना मिले, वह सही समय पर प्रैक्टिस के लिए जाएं, और हर पल उनके साथ रहें। वह हमेशा चुपचाप विराट की ताकत बनकर खड़ी रहीं।

एक कठिन समय जिसने जिंदगी बदल दी
साल 2006 में, जब विराट सिर्फ 18 साल के थे, उनके पिता प्रेम कोहली का अचानक निधन हो गया। यह उनके परिवार के लिए एक बहुत बड़ा झटका था। अगले ही दिन विराट दिल्ली के लिए एक मैच खेल रहे थे।
अधिकतर लोग ऐसे समय में पीछे हट जाते, लेकिन उनकी मां के साहस और समर्थन से विराट ने मैच खेलने का फैसला लिया। उन्होंने उस दिन 90 रन बनाए और अपनी मानसिक मजबूती दिखा दी।
विराट ने बाद में बताया, “मेरी मां ने कहा कि तुम्हारे पापा चाहते कि तुम खेलो। इसी बात ने मुझे हिम्मत दी।”

स्टार के पीछे एक मजबूत मां
पिता की मृत्यु के बाद, सरोज कोहली और भी मजबूत बन गईं। उन्होंने मां और पिता दोनों की भूमिका निभाई। उन्होंने विराट को सिखाया कि हालात चाहे जैसे भी हों, सपनों के पीछे जाना कभी मत छोड़ो।
आज विराट जब भी अपनी सफलता की बात करते हैं, वह सबसे पहले अपनी मां को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने एक बार कहा था, “जो कुछ भी मैं आज हूं, वो मेरी मां की दुआओं और आशीर्वाद की वजह से हूं।”
विराट नहीं भूले अपनी जड़ें
आज जब विराट दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में हैं, तब भी वह अपनी मां और उनके बलिदानों को नहीं भूले। वह अक्सर सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें शेयर करते हैं और मदर्स डे जैसे खास मौकों पर दिल छू लेने वाले संदेश लिखते हैं।
उन्होंने एक बार लिखा था:
“मेरी मां मेरी सबसे बड़ी ताकत हैं। जब हमारे पास कुछ नहीं था, तब भी उन्होंने मुझे सब कुछ दिया। मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा।”

निष्कर्ष
विराट कोहली और उनकी मां की कहानी सिर्फ एक मां-बेटे के रिश्ते की नहीं है, बल्कि ये एक प्रेरणादायक कहानी है प्यार, बलिदान और समर्थन की। विराट की हर सफलता के पीछे एक छुपी हुई नायिका हैं – उनकी मां, जिनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता।
उनके बिना विराट शायद वो स्टार न बन पाते जो आज वे हैं।